LDR क्या होता है?
LDR का पुरा नाम होता है LIGHT DEPENDENT RAGISTER
LDR इसका उपयोग इलेकट्रानिक सर्कीट मे कीया जाता है। जब इस पर रोसनी पदान की जाती है तो इस ragistance मे परीवर्तन होता है। अर्थात जब इसपर सुर्य या कीसी भी वस्तु की रोसनी इसपर पडती है तो LDR के मान मे कमी होती है इसके विपरीत अगर LDR पर अंधेरा हो तब LDR का मान (ragistance) ज्यादा होता है।उदाहरण के लिए अगर LDR पर अंधेरा है तब इसका मान 100ओम है जब हम इसपर रोसनी डालेंगे तब इसका मान 1 ओम के आस पास होगा।
इसका परयोग अनेक स्थानो पर होता है जैसे tv, mobile ,home automation project इत्यादी मे इसका परयोग कीया जाता है।आपने अपने मोबाइल मे देखते होंगे का जब आपका मोबाइल धुप मे होता है तो उसकी डीस्प्ले की लाइट तेज रहती है लेकीन जब आप मोबाइल को घर अथवा कम रोसनी वालेस्थान पर ले जाते है तो डिस्पले कि लाइट कम हो जाती है।एसा LDR के माध्यम से हो पाता है
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