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Thursday, February 22, 2024

all 90 to 280v range stebelizer

 All 90 to 280v all stebelizer bainding voltege detail
(1)0v comman
(2) 138v 
(3) 68v
(4) 40v
(5) 45v
(6) 9v
यह वोल्टेज सभी 90 से 280v  स्टेबेलिज़ेर के लिए है सभी स्टेबेलिज़ेर में ये वोल्टेज कॉमन रहेंगे इन वोल्टेज में tpv  का गुना करके टर्न को हम निकाल लेंगे। 

Tuesday, April 5, 2022

INRUS CURRENT (इनरस करंट क्या है )

INRUS  CURRENT   (इनरस  करंट)
 हेलो  दोस्तों आज हम जानेंगे  इनरस  करंट के बारे  में।   इनरस  करंट को स्टार्टिंग करंट भी कहा जाता  है 
जब हम किसी थ्री फेज  या सिंगल फेज  मोटर को स्टार्ट करते  है तो वह स्टार्टिंग  टाइम में   मोटर की रेटिंग से बहुत ज्यादा एम्पियर करंट   लेता    है जब मोटर अच्छे  तरह से अपने  फुल स्पीड पर  आ जाती  है 

तो मोटर धीरे धीरे कम करंट लेने लगता है  इसे ही इनरस  करंट करते है।  


Saturday, March 26, 2022

सिंगल फेज मोटर को टुबे स्विच के माधयम से उल्टा और सीधा चलना।

 अगर स्विच को ऊपर दबाते  है  तो मोटर सीधा चलेगा और निचे दबाने पर मोटर उल्टा चलेगा।  
हेलो दोस्तों आज हम सीखेंगे  सिंगल फेज मोटर को टुबे स्विच के माधयम से  उल्टा  और  सीधा चलना। 
मोटर को उल्टा और सीधा चलने के लिए  हमें जरुरत पड़ेगी एक टुबे  स्विच की। हम न्युट्रल को मोटर के कामन वाले तार में जोड़ेंगे और लाइन वाले तार को टुबे   कॉमन पर जोड़ेंगे और मोटर के कपैसिटर वाले दो प्वाइंटों  यानि की रनिंग और स्टार्टिंग के तारो को टुबे स्विच के निचे ऊपर कही भी कनेक्ट कर देंगे।  अब हमारा काम हो चूका है।   अब हम अगर स्विच को ऊपर दबाते  है  तो मोटर सीधा चलेगा और निचे दबाने पर मोटर उल्टा चलेगा।  


अगर स्विच को ऊपर दबाते  है  तो मोटर सीधा चलेगा और निचे दबाने पर मोटर उल्टा चलेगा।  

एक ही मोटर को दो जगह से कैसे स्टार्ट करे (HOW TO START MOTER FROM TWO PLACE )

  एक ही मोटर को दो जगह से कैसे स्टार्ट करे 
हेलो दोस्तों  हम जानेंगे एक मोटर को दो जगह से कैसे चालू करते है
इसके पहले हमने जाना  जीना वायरिंग  के बारे में  आज हम इसी वायरिंग से एक मोटर को दो जगह से चालू बंद करेंगे।  सबसे पहले हम दो टुबे स्विच लेंगे और  स्विच के निचे और ऊपर वाले टर्मिनल को आपस में पेरेलल जोड़कर  निचे और ऊपर लाइन और न्यूट्रल  सप्लाई दे देते है।  और मोटर के दोनों तारो को नो स्विचों के कामन वाले प्वाइंटों पर जोड़ देंगे।  अब हमारा काम पूरा हो चूका है अब हम मोटर को दो स्थानों से ऑन ऑफ कर पाएंगे। 

ज्यादा अच्छे से समझने के लिए डाइग्राम में देखे। 


TWO WAY SWITCH WARING FOR HOME AUTOMATION BULB

 TWO   WAY   SWITCH  WARING FOR  HOME   AUTOMATION   BULB 

हेलो दोस्तों , आज हम लोग जानेंगे  तुबे स्विच के माधयम से होम ऑटोमेशन वायरिंग कैसे 
करते है।  आज  हम जीना वायरिंग  सीखेंगे।  जीना वायरिंग ज्यादातर सीढियो पर या किसी उपकरण को दो स्थानों 
से कंट्रोल  करने के लिए किया  जाता है।  तुबे स्विच में तीन प्वाइंट  होते है।  जिसमे  बिच वाला कमान टर्मिनल होता है  जो ऊपर  और निचे दोनों प्वाइंटों को जोड़ता है जब हम स्विच टुबे को ऊपर की ऒर  दबाते है तो 
कमान वाला पोवाइंट ऊपर वाले के साथ जुड़ जाता है जिससे ऊपर की तरफ जो भी उपकरण लगा होगा वह काम करने लगेगा।  ठीक इसी  प्रकार निचे के   भी कार्य करेगा।
इस तरह के वायरिंग में सभी स्विचों के निचे और ऊपर वाले टर्मिनल को आपस में पैरलल  समान्तर क्रम में 

कनेक्ट करके निचे और ऊपर   लाइन  और न्यूट्रल सप्लाई दी जाती है और उपकरण के दोनों तारो को दो स्विच के बिच बिच वाले प्वाइंट पर कनेक्ट करते है।  जैसे ही हम  किसी स्विच को दबाते है तो  एक स्विच से न्यूट्रल तथा दूसरे से लाइन सप्लाई  मिलता है जिससे उपकरण काम करता है।  इस कनेक्शन से एक ही उपकरण को दो स्थानों से चालू या बंद किया जा सकता है। 
निचे दिए गए सर्किट डाइग्राम में ध्यान से देखिये हमें आसा है की आप जीना वायरिंग जरूर सिख जायेंगे। 


एक बल्ब जलेगा तो दूसरा बल्ब बंद हो जायेगा। 
इस तरह के वायरिंग का प्रयोग सीढ़ियों पर किया जाता है जैसे ही हम निचे  वाले सीढ़ी पर जाकर बल्ब को  ऑन करेंगे तो बल्ब ऑन हो जायेगा लेकिन उसके ऊपर वाले सीढ़ी पर जाकर बल्ब ऑन करने पर वह का बल्ब तो ऑन  हो जायेगा लेकिन निचे वाला बल्ब बंद हो जायेगा।  जैसे जैसे हम ऊपर  जायेंगे वैसे वैसे हमारे पास वाला बल्ब तो जलेगा लेकिन निचे वाले सीढ़ियों का बल्ब  ऑटोमेटिक बुझता   जायेगा।  


Sunday, February 6, 2022

सिंगल फेज मोटर डबल कैन्डेंसर तथा सेन्ट्रीफ्युगल स्वीच का कनेक्सन

सिंगल फेज मोटर डबल कैन्डेंसर तथा सेन्ट्रीफ्युगल स्वीच  का कनेक्सन

Friday, February 4, 2022

8 पिन वाले DPDT स्विच का कनेक्सन कैसे करे

8 पिन वाले DPDT स्विच का कनेक्सन 100 watt वाले TV वाले स्टेबेलाइजर के लिये।

Wednesday, February 2, 2022

इनवर्टर मे VA क्या होता है ? VA को Watt मे कैसे बदलते है?

इनवर्टर  मे  VA क्या होता है ? VA को Watt मे कैसे  बदलते है?

इन्वर्टर में VA क्या होता है? VA को watt में कैसे बदलते है?
हेलो दोस्तों ,  
आज हम जानेंगे इन्वर्टर में VA क्या होता है? VA को watt में कैसे बदलते है? VA का पूरा नाम volt ampiyar वोल्ट एम्पियर  होता है ज्यादातर इन्वेर्टरो पर  उनकी छमता दर्शाने के लिए  VA का प्रयोग किया जाता है watt एक  वास्तविक पावर (Real power)  होता है। VA एक  (apparent power) है । और VA इनवर्टरो की छमता को ज्यादातर  VA में वयक्त किया  किया जाता है।  VA का मतलब वाट बिलकुल नहीं होता है । भिन्न भिन्न लोड के हिसाब से लोड की कुछ कमीया होती है जिनको  इलेक्ट्रॉनिक में पावर फैक्टर power facter  या साधारण भाषा में power loss भी कह सकते है । अलग अलग लोड के लिए अलग अलग  power factor  होता है जैसे rasistive लोड का पावर फैक्टर 0.9 से 1 तक होता है  अगर हमारा inductive लोड है तो उसका power facter 0.8 से काम होगा अगर capacitive load है तो उसका power facter भी अलग होगा । अगर किसी उपकरण का power facter (1) है तो वह सबसे उत्तम माना जाता है  VA  में हमारे उपकरण के पावर फैक्टर को नहीं गिना जाता है  VA को watt में बदलने के लिए हमें  VA में power facter  को भी जोड़ना होता है इसके बाद हमें वाट watt प्राप्त हो जाता है जैसे अगर किसी इन्वर्टर पर लिखा है 1000 VA तो हमें उसंको watt में बदलने के लिए 1000 में power facter (0.8 ) से गुणा कर देंगे ।
जैसे 
   माना कोई इन्वर्टर 1000  VA का है 
    VA=1000
तो  हम 1000 में 0.8 से गुणा कर देंगे तो हमें 800 watt प्राप्त होगा ।






Monday, January 31, 2022

बैटरी मे Ah और mAh क्या है

AH और mAH क्या होता है 
हेलो दोस्तों ,
  आज हम जानेंगे इलेक्ट्रॉनिक्स में AH और mAH  क्या होता है
AH (एम्पियर hour)
 इसका प्रयोग इलेक्ट्रॉनिक्स  में छोटी ,बड़ी बैटरी के एम्पियर को दर्शाने के लिए प्रयोग किया जाता है । सबसे पहले हम AH के बारे में जानेंगे AH का पूरा नाम होता है एम्पियर हावर (एम्पियर hour) , मतलब बैटरी एक घंटे में जितने करंट current को खर्च कर सकता है उसे ही AH कहते है। उदाहरण के लिए मान लेते है कोई बैटरी एक घंटे में 150 A करंट  को खर्च करता है तो  वह बैटरी 150 AH की होगी ।

mAH (मिलिएमपीयर hour) 
इसका  प्रयोग भी बैटरी के एम्पियर को दर्शाने के लिए प्रयोग किया जाता है इसका पूरा नाम मिलियम्पियर hour होता है  मतलब मान  लेते है कोई बैटरी है जो एक घंटे में 1000 मिलियम्पियर करंट खर्च कर सकता है तो वह बैटरी 1000 mAH  की होगी । मिलियमपियर को एम्पियर में बदलने के लिए मिलियाम्पियर में 1000 से भाग कर देते है  तो बैटरी का एम्पियर प्राप्त हो जाता है यह AH की छोटी इकाई होती है इसका प्रयोग छोटी बैटरी के एम्पियर को दर्शाने के लिए प्रयोग किया जाता है । ज्यादातर लिथियम बैटरी (lithiyam  battery) के ऊपर mAH  का प्रयोग किया जाता है ।

Wednesday, December 22, 2021

थ्री फेस मोटर कनेक्सन (star and delata)

थ्री फेस मोटर कनेक्सन (star and delata)
हेलो  दोस्तों ,
आज से सेसन में हम  के मोटर का कनेक्शन करना जानेंगे। मोटर में तीन फेस प्रयोग किये जाते है जिन्हे हम (R,Y,B) से प्रदर्शित करते है।थ्री फेस मोटर के कनेक्शन प्लेट में कुल 6 तारे निकलती है। इसमें सप्लाई देने के लिए कनेक्शन करना पड़ता है। थ्री फेस मोटर का कनेक्शन दो तरह से किया जाता है।
1॰ star conection(स्टार कनेक्शन)
2॰ delta conection(डेल्टा कनेक्शन)
1॰ स्टार कनेक्शन= इस प्रकार का मोटर का प्रयोग का मोटर काम लोड वाले स्थानों पर किया जाता है 
               इस प्रकार के कनेक्शन में मोटर के प्रत्येक coil  को केवल एक ही फेस सप्लाई दी जाती है जिसके । इस कनेक्शन में मोटर के तीनो coil  में एक एक फेस सप्लाई दी जाती है और प्रत्येक coil  का दूसरा सिरा एक स्थान पर जोड़ा जाता है  जो नूट्रल का  काम करता है । इस परकान के मोटेरो में एक कएल में एक फेस देने के कारण इसपर ज्यादा लोड को नहीं डाला जाता है।
2॰ डेल्टा कनेक्शन = जिन मोटेरो से ज्यादा लोड वाले कार्य को करना होता है वह हम थ्री फेस मोटेरो का कनेक्शन डेल्टा में किया  जाता है जिसके कारण मोटर के सभी coil  में दो सप्लाई से जोड़ा जाता है 
इससे मोटर की स्पीड भी बढ़  जाती है और मोटर पर ज्यादा लोड भी डाला जा सकता है।
इन मोटेरो में मोटर के कनेक्शन प्लेट में 6 तारो को इस प्रकार जोड़ते है की प्रत्येक coil  को दो फेस सप्लाई मिले 
इन मोटेरो में  coil  त्रिभुजाकार आपस में जुड़े होते है इस कारन से इसे डेल्टा कनेक्शन कहा जाता है ।

Saturday, December 18, 2021

AC के गैस को कैसे लॉक करे (HOW TO LOCK AIR CUNDISNOR REFRISERENT )

 AC  के गैस को कैसे लॉक करे (HOW TO LOCK AIR CUNDISNOR  REFRISERENT )  

  AC  के गैस को कैसे लॉक करे (HOW TO LOCK AIR CUNDISNOR  REFRISERENT )
कभी कभी ऐसा होता है की हमारे घरो की AC  को रिपेरिंग अथवा सर्विसिंग के लिए  अथवा एक को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाकर लगाना होता है ऐसे स्तिथि  में अगर हम AC  के पाइपों को डायरेक्ट खोल देते है तो  AC  के पाइपों में गैस रहेगी वह बहार निकल जाएगी ऐसे में हमें फिर से गैस चार्जिंग करने की आवस्यकता  पड़  सकती है इसी  कारण  से AC को खोलने से पहले गैस को लॉक करना आवश्यक होता है। 
AC  के गैस को लॉक करने केलिए  सर्वप्रथम  हमें आउटडोर के डिस्चार्ज लाइन को एलेनकि   के द्वारा  टाइट (बंद) कर देते है।  फिर AC  को 3  से 4  मिनट तक  चलते है जिससे आउटडोर के कंडेंसर में गैस स्टोर हो जाती है।  जैसे जैसे कंडेंसर में गैस स्टोर होती है वैसे  ही सक्शन लाइन की पाइप गरम हो जाती है जिससे हमें पता चलता है की गैस कंडेंसर में स्टोर हो चुकी है।  गैस को कंडेंसर में स्टोर करने के बाद एलेनकि  से सक्शन लाइन को भी टाइट (बंद) कर देते है.इसके बाद ही हम AC  के अन्य पाइपों को खोलते है। 
और जब दोबारा हमें AC  को इनस्टॉल करना होता है तो A C  के पाइपों को कसने के बाद फिर हमें फिर से कक्शन और डिस्चार्ज लाइन के पाइपों को एलेनकि  से खोल देना होता है 
सक्शन लाइन मोटी होती है डिस्चार्ज लाइन सक्शन लाइन से पतली होती है। 





एलेनकि 



luninous ico watt transistr location detail

  DRAIN CHANNAL 1 Q24-  7CW,1F,1P  NPN Q22-  2F                PNP Q26-  7CW,1F,1P  NPN Q25-  2F                PNP Q23-  7CW,1F,1P  NPN DR...