Saturday, March 26, 2022

सिंगल फेज मोटर को टुबे स्विच के माधयम से उल्टा और सीधा चलना।

 अगर स्विच को ऊपर दबाते  है  तो मोटर सीधा चलेगा और निचे दबाने पर मोटर उल्टा चलेगा।  
हेलो दोस्तों आज हम सीखेंगे  सिंगल फेज मोटर को टुबे स्विच के माधयम से  उल्टा  और  सीधा चलना। 
मोटर को उल्टा और सीधा चलने के लिए  हमें जरुरत पड़ेगी एक टुबे  स्विच की। हम न्युट्रल को मोटर के कामन वाले तार में जोड़ेंगे और लाइन वाले तार को टुबे   कॉमन पर जोड़ेंगे और मोटर के कपैसिटर वाले दो प्वाइंटों  यानि की रनिंग और स्टार्टिंग के तारो को टुबे स्विच के निचे ऊपर कही भी कनेक्ट कर देंगे।  अब हमारा काम हो चूका है।   अब हम अगर स्विच को ऊपर दबाते  है  तो मोटर सीधा चलेगा और निचे दबाने पर मोटर उल्टा चलेगा।  


अगर स्विच को ऊपर दबाते  है  तो मोटर सीधा चलेगा और निचे दबाने पर मोटर उल्टा चलेगा।  

एक ही मोटर को दो जगह से कैसे स्टार्ट करे (HOW TO START MOTER FROM TWO PLACE )

  एक ही मोटर को दो जगह से कैसे स्टार्ट करे 
हेलो दोस्तों  हम जानेंगे एक मोटर को दो जगह से कैसे चालू करते है
इसके पहले हमने जाना  जीना वायरिंग  के बारे में  आज हम इसी वायरिंग से एक मोटर को दो जगह से चालू बंद करेंगे।  सबसे पहले हम दो टुबे स्विच लेंगे और  स्विच के निचे और ऊपर वाले टर्मिनल को आपस में पेरेलल जोड़कर  निचे और ऊपर लाइन और न्यूट्रल  सप्लाई दे देते है।  और मोटर के दोनों तारो को नो स्विचों के कामन वाले प्वाइंटों पर जोड़ देंगे।  अब हमारा काम पूरा हो चूका है अब हम मोटर को दो स्थानों से ऑन ऑफ कर पाएंगे। 

ज्यादा अच्छे से समझने के लिए डाइग्राम में देखे। 


TWO WAY SWITCH WARING FOR HOME AUTOMATION BULB

 TWO   WAY   SWITCH  WARING FOR  HOME   AUTOMATION   BULB 

हेलो दोस्तों , आज हम लोग जानेंगे  तुबे स्विच के माधयम से होम ऑटोमेशन वायरिंग कैसे 
करते है।  आज  हम जीना वायरिंग  सीखेंगे।  जीना वायरिंग ज्यादातर सीढियो पर या किसी उपकरण को दो स्थानों 
से कंट्रोल  करने के लिए किया  जाता है।  तुबे स्विच में तीन प्वाइंट  होते है।  जिसमे  बिच वाला कमान टर्मिनल होता है  जो ऊपर  और निचे दोनों प्वाइंटों को जोड़ता है जब हम स्विच टुबे को ऊपर की ऒर  दबाते है तो 
कमान वाला पोवाइंट ऊपर वाले के साथ जुड़ जाता है जिससे ऊपर की तरफ जो भी उपकरण लगा होगा वह काम करने लगेगा।  ठीक इसी  प्रकार निचे के   भी कार्य करेगा।
इस तरह के वायरिंग में सभी स्विचों के निचे और ऊपर वाले टर्मिनल को आपस में पैरलल  समान्तर क्रम में 

कनेक्ट करके निचे और ऊपर   लाइन  और न्यूट्रल सप्लाई दी जाती है और उपकरण के दोनों तारो को दो स्विच के बिच बिच वाले प्वाइंट पर कनेक्ट करते है।  जैसे ही हम  किसी स्विच को दबाते है तो  एक स्विच से न्यूट्रल तथा दूसरे से लाइन सप्लाई  मिलता है जिससे उपकरण काम करता है।  इस कनेक्शन से एक ही उपकरण को दो स्थानों से चालू या बंद किया जा सकता है। 
निचे दिए गए सर्किट डाइग्राम में ध्यान से देखिये हमें आसा है की आप जीना वायरिंग जरूर सिख जायेंगे। 


एक बल्ब जलेगा तो दूसरा बल्ब बंद हो जायेगा। 
इस तरह के वायरिंग का प्रयोग सीढ़ियों पर किया जाता है जैसे ही हम निचे  वाले सीढ़ी पर जाकर बल्ब को  ऑन करेंगे तो बल्ब ऑन हो जायेगा लेकिन उसके ऊपर वाले सीढ़ी पर जाकर बल्ब ऑन करने पर वह का बल्ब तो ऑन  हो जायेगा लेकिन निचे वाला बल्ब बंद हो जायेगा।  जैसे जैसे हम ऊपर  जायेंगे वैसे वैसे हमारे पास वाला बल्ब तो जलेगा लेकिन निचे वाले सीढ़ियों का बल्ब  ऑटोमेटिक बुझता   जायेगा।  


Sunday, March 13, 2022

LM 2596 DC TO DC BUCK CONVERTER

 

 LM 2596     DC  TO  DC  BUCK  CONVERTER  




LM 2596     DC  TO  DC  BUCK  CONVERTER  

हेलो दोस्तों आज हम जानेंगे LM 2596     DC  TO  DC  BUCK  CONVERTER   के बारे में 
यह एक प्रकार का सम्पूर्ण सर्किट है जीसके माध्यम  से   DC    वोल्टेज को कम किया जाता   है इसमें LM 2596   IC  का प्रयोग   इसमें इनपुट  दो  तथा दो आउटपुट टर्मिनल होते है।   और साथ ही इसमें एक( PRISET  ) परिवर्तनशील प्रतिरोध  लगा होता है।  इस मडूल में एक  LM 2596       IC  तथा एक INDUCTER COIL  लगी होती है इसमें INDUCTER और  LM 2596 के माध्यम से उच्च फ़्रीक़वेंसी पर स्विचिंग के द्वारा वोल्टेज को कम या ज्यादा नियंत्रित किया जाता है।  इसके इनपुट तथा आउटपुट में फ़िल्टर के लिए कपैसिटर CAPACITOR  लगे   होते है जो  करेंट को साफ करने का कार्य करते है। 
  इसके इनपुट वाले साइड में लगभग ३० V  तक दिया जा सकता है  और आउटपुट में हम 1  V  से 30  V  तक जितना चाहे हम आउटपुट ले सकते है  इसमें आउटपुट वोल्टेज  को बढ़ाने के  लिए PRISET  को एंटीक्लॉक वाइज  (घडी की उलटी दिशा  में   घूमना पड़ता  है और वोल्टेज को   बढ़ाने के लिए हमें प्रीसेट को क्लॉक वाइज घूमना पड़ता है।  इससे हम 3 AMP  की आउटपुट ले सकते है।  इसका प्रयोग बहुत से स्थानों पर किया जाता है. जहा हमें ज्यादा वोल्टेज को कम करना होता है   इसका प्रयोग किसी भी स्थान  पर किया जा सकता है।  यह बहुत ही अच्छे तरह से काम  करता है हम  इसमें जितने वोल्टेज पर इसको से कर देते है यह उतने ही वोल्टेज को आउटपुट में देता  है  


   

Thursday, March 3, 2022

What is motion sencer ?मोशन सेंसर क्या है ?

What  is  motion sencer ?मोशन सेंसर क्या है ?
हेलो दोस्तों आज हम मोशन सेंसर के बारे में जानेंगे। 
आज हम  सेंसर के कार्यप्रणाली को  आसान सब्दो  में जानेंगे।  
मोशन सेंसर   एक प्रकार का  सेंसर ही होता है  से ही पता चल रहा है की  यह मोशन (गति ) को sence  सेन्स   करने  कार्य करता है ईनका प्रयोग बहुत    जहा हमें  किसी गति को sence  करना होता है। 
इसका  ज्यादातर सेक्योरिटी प्रोजेक्ट secyority  project  होम ऑटोमेशन प्रोजेक्ट homeautometion  प्रोजेक्ट   में किया  जाता है।  मोशन सेंसर बाज़ार में दो तरह के  आते है  
(1 )  PIR  मोशन सेंसर 
(2 )  माइक्रोवेव  मोशन सेंसर 

PIR  मोशन सेंसर 



                        PIR  सेंसर एक बहुत ही अछा मोशन सेंसर है। 
                         यह एक ऐसा  सेंसर है जो मनुस्य के सरीर के तपमान के मोशन  को SENCE  करके हमें आउटपुट में HIGH  या LOW  सिग्नल देता  है  जिसके सहायता से  बहुत सारे सेक्योरिटी और होम ऑटोमेशन प्रोजेक्ट  डेवलप कर सकते है जैसे की हम  चाहते है  की जैसे ही  मै  कमरे  जाउ तो कमरे में जाउ  तो कमरे की लाइट और पंखे अपने आप ऑटोमेटिक चालू हो जाये तो  ऐसे में हम pir  मोशन सेंसर का प्रयोग करके इस तरह के अनेको  प्रोजेक्ट  हम बना सकते है यह सेंसर हमारे सरीर के तापमान के माध्यम  से हमारे सरीर के मोशन को सेन्स करके हमें प्रतिकिरिया प्रदान  करता  है 

माइक्रो वेव  सेंसर (MICROWAVE SENCER)  


 यह भी एक प्रकार का MOTION  DETECTER  गति को सेन्स करने वाला सेंसर है यह PIR  MOTION  सेंसर के जैसा ही कार्य करता है लेकिन इसकी कार्य पणाली थोड़ी अलग है  इसमें MOTION गति को सेन्स करने की के लिए इसमें MICROWAVE तरंगो का प्रयोग किया जाता है।  
इसमें एक ट्रांसमीटर TRANCEMETER तथा एक रिसीवर RECIVER सेंसर  लगे होते है  ट्रांसमीटर माइक्रोवेव तरंग को अपने अंदर से छोड़ता है और  रिसीवर सेंसर उस माइक्रोवेव सिग्नल जो किसी वस्तु से परावर्तित होकर वापस सेंसर की तरफ जाती है  उसे रिसीवर सेंसर सेन्स करता है 
जहा  पर इस सेंसर को लगाया गया होता है जैसे ही वहां पर कोई मोशन गति होती है 
MICROWAVE SENCER उसे सेन्स कर लेता है और आउटपुट में  HIGH  या LOW   सिग्नल आउट करता है  जिसके कारण आउटपुट में लगा कोई भी उपकरण काम करने लगता है जैसे मान लेते है हमारे कमरे में  कोई बल्ब या पंखा लगा है तो जैसे ही हम कमरे में जायेंगे MICROWAVE SENCER बल्ब और पंखे को चालू ON कर देगा। 
 यह PIR  मोशन सेंसर की तुलना में महंगे होते है लेकिन यह PIR  सेंसर से अच्छा काम करता है।  इसका प्रयोग ऐसे स्थानों पर किया जाता है जहा हमें किसी उपकरण को ऑटोमेटिक चलना हो या जहा बिजली की बचत करनी होती है   यह बहुत ही काम पावर की खपत करता है  . 
इससे बहुत ही छोटे 
MICROWAVE  तरंग निकलते है इससे बहुत ही काम न के बराबर रेडिएशन  REDIATION  होता है। 

luninous ico watt transistr location detail

  DRAIN CHANNAL 1 Q24-  7CW,1F,1P  NPN Q22-  2F                PNP Q26-  7CW,1F,1P  NPN Q25-  2F                PNP Q23-  7CW,1F,1P  NPN DR...